स्वास्थ्य क्षेत्र में भविष्य को बेहतर बनाने के लिए आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने खंडाका अस्पताल के साथ करा एमओयू

आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी की ओर से डॉ. पी आर सोडानी ने और कृशिव हेल्थकेयर (खंडाका अस्पताल) की ओर से मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. के जी कुमावत ने इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

स्वास्थ्य क्षेत्र में भविष्य को बेहतर बनाने के लिए आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने खंडाका अस्पताल के साथ करा एमओयू
स्वास्थ्य क्षेत्र में भविष्य को बेहतर बनाने के लिए आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने खंडाका अस्पताल के साथ करा एमओयू
• आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने कृशिव हेल्थकेयर (खंडाका अस्पताल) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
• छात्रों को इंटर्नशिप, शोध प्रबंध और प्रैक्टिकल के लिए मिलेंगे और अधिक अवसर।
 
 
जयपुर, 07 जून 2024 - देश के अग्रणी स्वास्थ्य प्रबंधन अनुसंधान विश्वविद्यालय, आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने कृशिव हेल्थकेयर (खंडाका अस्पताल), जयपुर के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। खंडाका अस्पताल अपनी व्यापक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पहचाना जाता है।
यह समझौता 5 साल की अवधि के लिए प्रभावी होगा। इसके तहत, आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के स्नातकोत्तर छात्रों और शोध विद्वानों को इंटर्नशिप, शोध प्रबंध और प्रैक्टिकल के लिए प्रशिक्षण के और अधिक अवसर मिल सकेंगे। इस तरह विद्यार्थियों के पेशेवर विकास को बढ़ाया जा सकेगा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में उन्हें महत्वपूर्ण व्यावहारिक अनुभव हासिल होगा।
पूरी तरह सोच-समझकर तैयार किया गया यह समझौता आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी की यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य में अपने छात्रों और शोध विद्वानों के शैक्षणिक और व्यावहारिक अनुभवों को बढ़ाना है। आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी की ओर से डॉ. पी आर सोडानी ने और कृशिव हेल्थकेयर (खंडाका अस्पताल) की ओर से मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. के जी कुमावत ने इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट डॉ. पी आर सोडानी ने इस सहयोग के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘इस तरह की महत्वपूर्ण साझेदारी हमारे विश्वविद्यालय के मिशन के साथ पूरी तरह से मेल खाती है। हमारा प्रयास है कि हमारे छात्रों को स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में बेहतर व्यावहारिक अनुभव और शोध के अवसर मिल सकें। हमें विश्वास है कि इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से विद्यार्थियों के अनुभव में महत्वपूर्ण प्रगति होगी और वे स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन की बेहतर समझ विकसित कर सकेंगे।’’