सब्जियों में पादप प्रवर्धन की तकनीकी' पर छः दिवसीय प्रशिक्षण का समापन
उदयपुर : महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर के राजस्थान कृषि महाविद्यालय में संस्थागत विकास कार्यक्रम के अंतर्गत स्नातक विद्यार्थियों के लिए ," सब्जियों में पादप प्रवर्धन की तकनीकी" पर छः दिवसीय प्रशिक्षण का समापन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉक्टर अजीत कुमार कर्नाटक कुलपति महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने अपने उद्बोधन में कहां की वर्तमान युग में उद्यानिकी फसलों की महत्वता बहुत बढ़ गई है ऐसे में सब्जियों की गुणवत्ता पूर्ण प्रवर्धन तकनीक का ज्ञान छात्र-छात्राओं एवं किसान बन्धुओ को देना अत्यंत आवश्यक है। डॉ कर्नाटक ने कहा कि प्रशिक्षण से विद्यार्थियों में उद्यमिता का भाव विकसित होगा जिससे कि वह आय के नवीन स्रोत स्थापित कर सकेंगे। डॉक्टर कर्नाटक ने भारत देश को सब्जी उत्पादन में विश्व में द्वितीय स्थान से प्रथम स्थान पर लाने में अपना योगदान देने के लिए आह्वान किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. महेश कोठरी, परियोजना सहप्रभारी एवम निदेशक, आयोजन एवम परिवेक्षण ने कहा कि इस प्रशिक्षण में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को अब आगे अन्य विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करना चाहिए जिससे एक श्रृंखला का विकास होगा एवं ज्ञान आगे प्रसारित होगा। डॉ कोठारी ने कहा कि सभी प्रशिक्षार्थियों को नए उद्यम के लिए सरकार में एवं अन्य संस्थाओं में परियोजनाएं प्रेषित करनी चाहिए। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ एस.एस. शर्मा, अधिष्ठाता, राजस्थान कृषि महाविद्यालय उदयपुर ने अपने उद्बोधन में कहां की वर्तमान समय में कृषि में नवाचारों की आवश्यकता है। ऐसे में सब्जियों में प्रवर्धन एक नवाचार के रूप में उभर कर आ रहा है किसान बंधुओ को कई बार गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री उपलब्ध नहीं हो पाती है ऐसे में निम्न गुणवत्ता के बीच एवं पौध का चयन उत्पादन एवं आय में गिरावट करता है। अतः सब्जियों में प्रवर्धन की तकनीकी का ज्ञान होने से वे स्वयं रोपण सामग्री तैयार कर पाएंगे। डॉ शर्मा ने कहा कि महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की हाई-टेक हॉर्टिकल्चर यूनिट पर सब्जियों के प्रवर्धन पर उत्कृष्ट कार्य हो रहा है जिसका लाभ कृषक बंधु एवं छात्र-छात्राओं को मिलना ही चाहिए ऐसे में यह प्रशिक्षण सभी के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होगा। प्रशिक्षण प्रभारी डॉ. कपिल देव आमेटा, सह आचार्य, ने प्रशिक्षण में आयोजित होने वाली गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में देसी एवं विदेशी सब्जियों के प्रवर्धन की संपूर्ण जानकारी प्रायोगिक रूप से प्रशिक्षार्थियों को दी गई है। डॉ आमेटा ने बताया कि प्रशिक्षण में जोधपुर, बीकानेर, गुजरात एवम नई दिल्ली में स्थापित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद एवं अन्य विश्वविद्यालय के विषय विशेषज्ञों को प्रशिक्षण में व्याख्यान हेतु आमंत्रित किया गया था। समारोह में प्रशिक्षण पुस्तिका का विमोचन किया गया एवं सभी प्रशिक्षार्थियों को प्रमाण पत्र एवं प्रशिक्षण पुस्तिका का वितरण किया गया। समारोह में डॉ. एल. एन . महावर, डॉ. एस. एस. लखावत, डॉ सिद्धार्थ मिश्रा एवं डॉक्टर बी. जी छिपा भी उपस्थित थे। प्रशिक्षण में कुल 30 छात्र छात्रों ने भाग लिया। अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. एच. एल. बैरवा ने ने सभी का धन्यवाद प्रेषित किया।