समन्वित कृषि प्रणाली विषय पर प्रशिक्षण का आयोजन

प्रशिक्षणार्थियों को विश्वविद्यालय की विभिन्न संजीव इकाईयों जैसे - जैविक इकाई, पाॅली हाऊस, मुर्गीपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन आदि इकाईयों पर भ्रमण कराया गया तथा तकनीकी जानकारी प्रदान की गयी।

समन्वित कृषि प्रणाली विषय पर प्रशिक्षण का आयोजन
समन्वित कृषि प्रणाली विषय पर प्रशिक्षण का आयोजन

प्रसार शिक्षा निदेशालय, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर द्वारा पाँच दिवसीय कृषक प्रशिक्षण ’’समन्वित कृषि प्रणाली’’ विषय पर दिनांक 29 जनवरी से 02 फरवरी, 2024 तक आयोजित किया गया। उक्त प्रशिक्षण कृषि विभाग आत्मा, मंदसोर (मध्य प्रदेश) द्वारा प्रायोजित था जिसमें मंदसौर जिले के विभिन्न गाँवों से 40 कृषकों ने भाग लिया। इस पाँच दिवसीय प्रशिक्षण में विश्वविद्यालय के विभिन्न वैज्ञानिकों द्वारा कृषि विषयों पर तकनीकी जानकारी दी गयी। प्रशिक्षण के समापन समारोह में डाॅ. लतिका व्यास, प्रशिक्षण प्रभारी, निदेशक, प्रसार शिक्षा निदेशालय, उदयपुर ने अपने उद्बोधन में प्रशिक्षणार्थियों को समन्वित कृषि प्रणाली के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि समन्वित कृषि के साथ-साथ फल एवं सब्जियों का उत्पादन कर इनका विभिन्न मूल्य संवर्धन कर अतिरिक्त आमदनी प्राप्त कर सकते है।

प्रशिक्षणार्थियों को विश्वविद्यालय की विभिन्न संजीव इकाईयों जैसे - जैविक इकाई, पाॅली हाऊस, मुर्गीपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन आदि इकाईयों पर भ्रमण कराया गया तथा तकनीकी जानकारी प्रदान की गयी। डाॅ. आदर्श शर्मा ने उक्त प्रशिक्षण के समापन के दौरान प्रशिक्षणार्थियों से प्रश्नोŸारी की गयी जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय को पुरस्कार एवं सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र डाॅ. लतिका व्यास के करकमलों द्वारा वितरण किये। उक्त प्रशिक्षण में श्री कन्हैया लाल प्रजापति, बी.टी.एम., भानपुरा, नाॅडल अधिकारी, मंदसोर का प्रशिक्षण आयोजन में सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन पीयूष शर्मा ने किया तथा प्रशिक्षण में प्रधारे किसानों का धन्यवाद हिमा ने किया।